इस दौरान, अदालत के समक्ष ताहिर ने खुद को बेकसूर बताया। उसने सभी आरोपों को खारिज किया और कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है। उपद्रवियों ने मेरे मकान का गलत इस्तेमाल किया है।
ताहिर ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं। भाजपा ने मुझे साजिश के तहत फंसाया है। मैंने अपने घर से डंडे से उपद्रवियों को भगाने की कोशिश की थी। मैं नारको टेस्ट के लिए भी तैयार हूं। पुलिस ने मुझे खुद मेरे घर से रेस्क्यू किया था।
पुलिस ने ताहिर के दोनों मोबाइल नंबरों की 24 तारीख को 12 बजे तक की कॉल डिटेल खंगाली। इसके मुताबिक, ताहिर हुसैन 24 फरवरी की रात 12 बजे के आसपास तक चांद बाग के उसी घर में मौजूद था, जहां से हिंसा फैलाने में प्रयोग की गई सामग्री बरामद हुई।
पुलिस ने यह भी बताया कि जांच में यह बात भी सामने आई कि ताहिर ने 24 तारीख को (हिंसा के दिन) दिनभर में करीब 150 कॉल किए थे। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये कॉल उसने किसे किए थे।
ताहिर ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं। भाजपा ने मुझे साजिश के तहत फंसाया है। मैंने अपने घर से डंडे से उपद्रवियों को भगाने की कोशिश की थी। मैं नारको टेस्ट के लिए भी तैयार हूं। पुलिस ने मुझे खुद मेरे घर से रेस्क्यू किया था।
पुलिस ने ताहिर के दोनों मोबाइल नंबरों की 24 तारीख को 12 बजे तक की कॉल डिटेल खंगाली। इसके मुताबिक, ताहिर हुसैन 24 फरवरी की रात 12 बजे के आसपास तक चांद बाग के उसी घर में मौजूद था, जहां से हिंसा फैलाने में प्रयोग की गई सामग्री बरामद हुई।
पुलिस ने यह भी बताया कि जांच में यह बात भी सामने आई कि ताहिर ने 24 तारीख को (हिंसा के दिन) दिनभर में करीब 150 कॉल किए थे। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये कॉल उसने किसे किए थे।